Subject: अमृत वचन
हमेशा याद रखिए – दुर्बलता की बातें करने से, दुर्बलता की बातें सोचने से कोई भी व्यक्ति शक्तिवान नहीं होता। शक्ति को याद करके, शक्ति को पहचान कर अपने अन्दर की खोई हुई शक्ति को जगाकर ही आप बलवान बन सकते हैं । किस्मत को कोसना बन्द कर दीजिए । इससे कुछ भी फ़ायदा होने वाला नहीं है। इतना याद कर लीजिए, विकास पर हमें ध्यान देना है।
परम पूज्य सु्धांशुजी महाराज
Always remember you can not be strong if you keep thinking about your shortcomings or weaknesses. Remembering strength and recognizing it, one can awaken inner strength that has been lost. Stop blaming fate or destiny. One can not gain anything by doing this. Just remember this that we need to focus on growth or progress.
Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
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