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Thursday, December 30, 2010

आइए कुछ ऐसे करें नव वर्ष का स्वागत

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*नया वर्ष नयी शुरुआत
*आइए कुछ ऐसे करें नव वर्ष का स्वागत
* नये वर्ष की पूर्व संध्या प्रभु नाम का स्मरण करें , गुण्गान करें ,गुरुबंदना करें ,घर के बडे बुजुर्गों का आशीष लेकर नववर्ष का स्वागत करें !
*नये वर्ष में प्रतिदिन सूर्य नमस्कार ,माता पिता के चरण स्पर्श ,गुरुवण्दना ,ऐव पूजा पाठ आदि करने क नियम बनाएं !
*स्कूल , कालेज , कार्यालय , व्यापार आदि में संलगन होने से पूर्व भगवान ,का और गुरु का ध्यान अवश्य करें !
*अपने व्यस्त समय में से कुछ समय घर के बच्चों को और बुजुर्गों के साथ हसने और बोलने के लिए अवश्य निकालें !
*स्वाध्याय के नाम पर प्रतिदिन एक चैप्टर ,पृष्ठ ,पैरा,अथवा एक लाईन किसी धार्मिक ग्रन्थ की अवश्य पढें !
*अगर सत्संग का कोई संयोग बनता हे तो वहां जरुर पहुंचें ,गुरुज्ञान और प्रभु ध्यान को महत्व दें !
*दीन , दुखी ,बीमार ,अनाथ , मजदूर और बेबस कोई मिले तो उससे पीठ न फेंरें, जो सेवा सहायता कर सकते हें , वह अवश्य करें !
*रात्रि में शयन से पूर्व आत्मनिरीक्षण करें !अगर कोई भूल हुई हो तो उसका दोहराव न होने पाए और अगर कोई अच्छाई हुई तो उसे पुन: दोहराने क्रे लिए सकल्पित हों !

जीवन संचेतना जनवरी 1910

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Madan Gopal Garga द्वारा DELHI (VISHWAJAGRITI MISSION ) के लिए 12/01/2010 03:14:00 PM को पोस्ट किया गया

Tuesday, December 28, 2010

दया धर्म का मूल हे


दया धर्म का मूल हे ,पाप मूल अभिमान ,
तुलसी दया न छोडिए , जब लग घाट में प्राण !


जब में था हरी नहीं ,हरी हें में नहीं ,
प्रेम गली अति सांकरी, जा में दो न समाए!

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Posted By Madan Gopal Garga to DOHE AND CHOPAI Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj ke pravachano se liye at 12/28/2010 02:53:00 PM

अपना काम स्वयं करना

----- Original Message -----
Sent: Tuesday, December 28, 2010 2:02 PM
Subject: Fwd: [Bhilai Mandal (Vishwa Jagriti Mission)] हरी ॐ


---------- Forwarded message ----------
From: Rashmi <rash2585@gmail.com>
Date: 2010/9/16
Subject: [Bhilai Mandal (Vishwa Jagriti Mission)] हरी ॐ
To: mggarga1932@gmail.com



अपना काम स्वयं करना। फूल बाटोगे तो सुगंध हांथ में लगेगी, कांटे पकड़ोगे तो स्वयं को भी चुभन होगी।
अपने आपको निराश न बनाओ, नीचे ना गिराओ।

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Posted By Rashmi to Bhilai Mandal (Vishwa Jagriti Mission) at 9/16/2010 08:40:00 PM

Monday, December 27, 2010

: jiggyassa

----- Original Message -----
From: mggarga
Sent: Monday, December 27, 2010 10:27 AM
Subject: jiggyassa


visit the folloing blog you will findanswers to question of desiples & samadhaan of Guruji visit daily one question & answer daiky
mggarga-kalyan

Saturday, December 25, 2010

शिव नाम मंगलमय

----- Original Message -----
Sent: Friday, December 24, 2010 6:46 PM
Subject: [ANANDDHAM.ORG established by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] shivshankar





शिव नाम मंगलमय तो हे ही शांती देनेवाला भी हे ! जहां हर रूप मैं मंगल हों शांती हों वहां शिव हें ! शिव क्रपा से घर मैं धन ,सुख ,आता हे और मेल मिलाप रहता हे !

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Posted By Madan Gopal Garga to ANANDDHAM.ORG established by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj at 12/24/2010 06:46:00 PM

Tuesday, December 21, 2010

चार चीजे याद रखो

----- Original Message -----
Sent: Tuesday, December 21, 2010 11:41 AM
Subject: [GURUMATA] चार चीजे याद रखो



चार चीजे याद रखो 
१]फर्ज : अपना फर्ज घर के प्रति ,रिशतेदारो के प्रति ,समाज के प्रति ,देश के प्रातो निभाते चलो !
२]कर्ज : अपने सर पर कर्ज चढ़ने मत दो !
३]मर्ज: मर्ज को बढ़ने मत दो उसका फोरन इलाज करो !
४]अर्ज : भगवान के दरबार में रोज अर्ज करते रहो !

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Madan Gopal Garga द्वारा GURUMATA के लिए 12/21/2010 11:41:00 AM को पोस्ट किया गया

अपना फर्ज घर के प्रति

GURUMATA: चार चीजे याद रखो: "चार चीजे याद रखो १]फर्ज : अपना फर्ज घर के प्रति ,रिशतेदारो के प्रति ,समाज के प्रति ,देश के प्रति   निभाते चलो ! २]कर्ज : अपने सर पर क..."

Sunday, December 19, 2010

दुर्भाग्य

----- Original Message -----
Sent: Sunday, December 19, 2010 3:38 PM
Subject: [AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj] दुर्भाग्य


जब दुर्भाग्य हों तो चमड़ी मोटी रखो ! सुनो सब की , मगर जबान पर नियंत्रण रखो और मजाक उड़ाने वालो को ज्यादा तवाजो मत दो ! सोचो यह समय भी गुजर जाएगा अच्छे दिन आ कर चले गए तो बुरे दिन भी चले जायेगे !

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Posted By Madan Gopal Garga to AMRIT VANI Good thoughts by Param Pujay SUDHANSHUJI Maharaj at 12/19/2010 03:35:00 PM

प्रसन्नता

----- Original Message -----
Sent: Tuesday, December 07, 2010 10:31 AM
Subject: [GURUVAR SUDHANSHUJI MAHARAJ] प्रसन्नता

हमेशा प्रसन्न रहो ! मगर याद रखो कि प्रसन्नता कोई दे नहीं जाएगा ,बाजार से ,कहीं दुकान से मिलेगी भी नहीं ,उसे तो तुम को अपने अंदर से लानी होगी अपनी ईच्छाओं को अपने क्रोध को रोकना होगा तभी प्रसन्न रह पाओगे !

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Madan Gopal Garga द्वारा GURUVAR SUDHANSHUJI MAHARAJ के लिए 12/07/2010 10:31:00 AM को पोस्ट किया गया

Friday, December 17, 2010

भगवान का नियम

----- Original Message -----
Sent: Friday, December 17, 2010 3:36 PM
Subject: [GURUVAR SUDHANSHUJI MAHARAJ] भगवान का नियम



भगवान का नियम भगवान से भी ऊपर ही ,भगवान् अपने नियम कभी नहीं तोड़ते ! भगवान से उनका नियम बदलने के लिए कभी प्रारथना मत करो ,उनके नियमो का पालन करो !

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Madan Gopal Garga द्वारा GURUVAR SUDHANSHUJI MAHARAJ के लिए 12/17/2010 03:36:00 PM को पोस्ट किया गया

भगवान का नियम



भगवान का नियम भगवान से भी ऊपर ही ,भगवान् अपने नियम कभी नहीं तोड़ते ! भगवान से उनका नियम बदलने के लिए कभी प्रारथना मत करो ,उनके नियमो का पालन करो !

Thursday, December 16, 2010

गुरु

हरी रूठे ठोर हे , गुरु रूठे नहीं ठोर !
गुरु बिन माला फेरत ,
गुरु बिन करे दान ,
सब निशफल जात हे ,
कह गए वेद पुराण !  

Sunday, December 12, 2010

चिंतन

संग्रह के रोग को छोडकर भगवान की ओर जाने का प्रयास करें । उसकी कृपा मिल गई तो समझो सबकुछ मिल गया। यह हमेशा ध्यान रखें कि माल का संग्रह कर उसे सही-सलामत रखने में बहुत बड़ी चिंता होती है, जबकि माला फ़ेरकर प्रभु चिंतन करने में निश्चिंतता आती है। जहाँ निश्चिंतता है वही आनन्द और सुख-शांति है।

 

परम पूज्य सु्धांशुजी महाराज  

Tuesday, December 7, 2010

निराशा

हम हमेशा डरते रहते  हें कि हम मिट न जाए , हम खो न जाए ,हमारा कुछ छिन  न जाए , कोई हमारा हुछ ले न ले ,हर समय दर में सहमे हुए हें ,चिंताओं में जी रहे हें ! याद रखो निराशा ,डर हमें खोखला कर देता हें इन से बचो ! 

प्रसन्नता

हमेशा प्रसन्न रहो ! मगर याद रखो कि प्रसन्नता कोई दे नहीं जाएगा ,बाजार से ,कहीं दुकान से मिलेगी भी नहीं ,उसे तो तुम को अपने अंदर से लानी होगी अपनी ईच्छाओं को अपने क्रोध को रोकना होगा तभी प्रसन्न रह पाओगे !

Friday, December 3, 2010

जन्म दिवस



3-12-2010




हरीऔम


जिनका आज जन्म दिवस हे या विवाह की सालगिरह हे उन सब को बहुत बहुत शुभाशीर्वाद

Thursday, December 2, 2010

Fw: अमृत वचन

 
Subject: अमृत वचन


जिसके पास धैर्य है वह जो कुछ इच्छा करता है उसे प्राप्त कर सकता है। धैर्य कडवा होता है पर उसका फ़ल मीठा होता है। संकट के समय धैर्य धारण करना ही मानो आधी लड़ाई जीत लेना है।

 

परम पूज्य सु्धांशुजी महाराज  

 

The person who endures through hard times aquires that which he desires.  Endurance through hard times is bitter and harsh but the  results are sweet. Being patient during hard times is winning half of the battle.


 

Translated by Humble Devotee
Praveen Verma
 

उस गुरु को नमन









शूल को जो फूल बनादे ,



उस गुरु को नमन !


फूल को चंदन बना दे ,


उस गुरु को नमन !


पथ भ्रमित दर दर


भटकते राही को जो ,

प्रभु सन्किट कर दे ,

उस गुरु को नमन !