भाग्य क्या है ? अवसर और तत्परता, दोनों का मिलन ही भाग्य है। जो अवसर को पह्चान ले और तत्परता से पकड़ ले, बस समझ लीजिए भाग्य हाथ में आ गया। अवसर को ढूढिए, अवसर को पहचानिए और तत्परता से फ़ायदा उठI लीजिए, नहीं तो वो लौट के आने वाला नहीं है।
adsense code
my blogs
Blog Archive
-
▼
2015
(238)
-
▼
April
(21)
- श्रेष्ठ गुण है
- जीवन का अर्थ
- मंदिर मे गन्दगी
- आदमी का अन्तःकरण
- जीवन एक
- आदमी का अन्तःकरण
- घर से बहार
- बेटी के सुखी जीवन के लिए
- Fwd:
- भाग्य क्या है ?
- गुरु बीज है,
- परारब्ध से
- आपके विचार
- Fwd: [GURU VATIKA SE CHUNE PHOOL] गुरू का नाम
- गुरू का नाम
- जीवन के किसी
- जिसके पास धैर्य
- Fwd: [GURU VATIKA SE CHUNE PHOOL] जब आपके पास
- जब आपके पास
- हर दिन
- समय और
-
▼
April
(21)
Labels
: अमृत वचन
(4)
] happy new year
(1)
] मित्रता
(1)
20th aniversar..
(1)
bhaagy
(1)
Fw: Guruji aagami programes
(1)
GURU VANDANA
(1)
guruji ki aarti
(1)
join
(1)
Manali Sadhna shiver
(1)
news letter Sadguru Time- new
(1)
REVISED MUMBAI SATSANG...
(1)
SADGURU CHALISA
(1)
satsang in Mumbai
(1)
vaani ki dhaar
(1)
अच्छाई
(1)
अमृत वचन
(4)
अमृत वाणी
(1)
अवगुण
(1)
आनंदधाम आश्रम
(2)
उस गुरु को नमन
(1)
खुशी
(1)
गणपति वनदना
(1)
गुरु भक्तो
(1)
गुरु वाणी
(1)
गुरुपुर्णिमा
(1)
गुरुपूर्णिमा महोत्सव के देशव्यापी कार्यकर्म
(1)
गुरुवर
(1)
गुरुवाणी
(1)
गुरू का नाम जपता जा
(1)
जीवन
(1)
त्याग
(1)
धन कैसे कमाएं
(1)
ध्यान
(1)
नदी के दोनों
(1)
निराश मत होना
(1)
पिघलना मत
(1)
पूजा
(1)
पूज्य श्री सुधांशुजी महाराज का विनम्र निवेदन
(1)
प्रार्थना
(1)
भक्ति
(1)
शंकर जी के वनदना
(1)
सम्बन्ध
(1)
हर दिन
(1)
हर भक्त की पुकार
(1)
हरी ॐ
(1)
join this group
Contributors
slideshow different poses of GUGRUJI
slideshow
Saturday, April 18, 2015
भाग्य क्या है ?
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment