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*नया वर्ष नयी शुरुआत
*आइए कुछ ऐसे करें नव वर्ष का स्वागत
* नये वर्ष की पूर्व संध्या प्रभु नाम का स्मरण करें , गुण्गान करें ,गुरुबंदना करें ,घर के बडे बुजुर्गों का आशीष लेकर नववर्ष का स्वागत करें !
*नये वर्ष में प्रतिदिन सूर्य नमस्कार ,माता पिता के चरण स्पर्श ,गुरुवण्दना ,ऐव पूजा पाठ आदि करने क नियम बनाएं !
*स्कूल , कालेज , कार्यालय , व्यापार आदि में संलगन होने से पूर्व भगवान ,का और गुरु का ध्यान अवश्य करें !
*अपने व्यस्त समय में से कुछ समय घर के बच्चों को और बुजुर्गों के साथ हसने और बोलने के लिए अवश्य निकालें !
*स्वाध्याय के नाम पर प्रतिदिन एक चैप्टर ,पृष्ठ ,पैरा,अथवा एक लाईन किसी धार्मिक ग्रन्थ की अवश्य पढें !
*अगर सत्संग का कोई संयोग बनता हे तो वहां जरुर पहुंचें ,गुरुज्ञान और प्रभु ध्यान को महत्व दें !
*दीन , दुखी ,बीमार ,अनाथ , मजदूर और बेबस कोई मिले तो उससे पीठ न फेंरें, जो सेवा सहायता कर सकते हें , वह अवश्य करें !
*रात्रि में शयन से पूर्व आत्मनिरीक्षण करें !अगर कोई भूल हुई हो तो उसका दोहराव न होने पाए और अगर कोई अच्छाई हुई तो उसे पुन: दोहराने क्रे लिए सकल्पित हों !
जीवन संचेतना जनवरी 1910
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Madan Gopal Garga द्वारा DELHI (VISHWAJAGRITI MISSION ) के लिए 12/01/2010 03:14:00 PM को पोस्ट किया गया
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