adsense code

Blog Archive

visiter counter

Website counter

join this group

Subscribe to Deciples-of-Sudhanshujimaharaj

Powered by us.groups.yahoo.com

slideshow different poses of GUGRUJI

slideshow

Wednesday, March 17, 2010

अवगुण

अवगुण

  • गुरुजी मेरे अवगुण चित्त न धरो ,
    सम-दर्शी हे नाम तिहारो ,
    चाहो तो पार करो !
    ऐक नदिया ऐक नार कहावत
    मैलो ही नीर भरो
    जब मिल करके ऐक वरन भय
    सुरसरी नाम परो
    गुरुज़ीमेरे-------
    इक लोहा पूजा में राखत
    इक घर बंधिक परो
    पारस गुण अवगुण नहीं चितवत
    कचन वरन करो
    गुरुजी मेरे--------
    यह माया भ्रम जाल कहावत
    सूरदास सगरो
    अबकि बार मोहे पार उतारो
    नहीं प्रण जात टरो
    गुरूजी मेरे ------
    अवगुण किय तो बहुत किए
    और करत ना मानी हार
    चाहे बंदा बक्षिये चाहे गर्दन मार
    गुरुजी मेरे -----
    भूकन को मेंने भोजन न दीना राम
    प्यासन को जल नहीं दीना राम
    नगंन को वस्त्र नहीँ दीने राम
    देतन को भी रोक दिओ
    गुरुजी मेरे -----

No comments:

Post a Comment